
तुम्हारे साथ की शॉपिंग, ख़रीदें याद हैं अब भी
बिछड़ कर साथ रहने की उम्मीदें याद हैं अब भी
कभी थामा था तुमने हाथ मेरा हाथ में लेकर
तुम्हारे प्यार की मीठी रसीदें याद हैं अब भी
© मनीषा शुक्ला
बिछड़ कर साथ रहने की उम्मीदें याद हैं अब भी
कभी थामा था तुमने हाथ मेरा हाथ में लेकर
तुम्हारे प्यार की मीठी रसीदें याद हैं अब भी
© मनीषा शुक्ला
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