MANISHA SHUKLA
7 May 2018
दिल की नासमझी
कहीं पुरज़ोर कोशिश हो रही है
गगन छूने की साज़िश हो रही है
हमारे दिल की नासमझी तो देखें
इसे भी आज ख़्वाहिश हो रही है
© मनीषा शुक्ला
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