21 Mar 2018

हसरत

तुम्हारे दिल में कोई प्यार का अरमान आ जाए
हमारी जान में इक दिन, तुम्हारी जान आ जाए
मिले या ना मिले हमको किनारे, एक हसरत है
किसी कश्ती की ज़द में आज ये तूफ़ान आ जाए

©मनीषा शुक्ला


No comments:

Post a Comment